प्लास्टिक मनी का चलन इस उद्देश्य से हुआ था कि लोग जेबों में नोट भरकर चलने में परेशानी महसूस करने लगे थे। फिर उपभोग का दायरा भी बढ़ रहा था और मात्रा भी। कब और क्या खरीदने का मन आ जाए, किसी चीज की क्या कीमत चुकानी पड़े, इस तरह के तमाम तात्कालिक डरों से […]
परफ्यूम, कॉस्मेटिक्स, ज्वेलरी और कपड़े। अगर आप सोचते हैं कि जहां ओनली फॉर लेडीज लिखा होता है, वहां सिर्फ यही चीजें बिकती होंगी तो आप गलत हैं। ओनली फॉर लेडीज का दायरा अब इन पारंपरिक सीमाओं से काफी आगे बढ़ गया है। कैमरा, पर्सनल कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल, कार, स्कूटी, न जाने ऐसी कितनी चीजें हैं, […]
महॅंगाई इस सीमा तक बढ़ चुकी है कि परिवार के परिवार भुखमरी से तंग आकर आत्महत्या कर रहे हैं। दैनिक उपयोग की वस्तुएं गरीब व्यक्ति की पहुँच से बाहर हो चुकी हैं। सड़कों पर कारें बहुत दौड़ रही हैं किन्तु अधिकतर बैंक से कर्जा लेकर खरीदी गई हैं। और जब बैंक का कर्जा देना संभव […]
रीयल एस्टेट म्युच्युअल्स फंड(रैम्फ) की बदौलत यह संभव हो सका है कि जबरदस्त मुनाफा कमाने के लिए अब हर कोई रीयल एस्टेट बूम का प्रयोग कर सकता है। रीयल एस्टेट पर जो मोटा मुनाफा मिलता है, उसका लाभ उठाने के लिए आपको वास्तव में प्रॉपर्टी खरीदने की आवश्यकता नहीं है। आप रीयल एस्टेट म्युच्युअल फंडस् का रास्ता अपना सकते हैं।
रैम्फ का सबसे बड़ा फायदा यह है कि फुटकर निवेशक रीयल एस्टेट के क्षेत्र में हिस्सा ले सकते हैं। वेन्चर कैपिटल फंडस् के संदर्भ में न्यूनतम निवेश लगभग एक करोड़ रुपये का होता है। लेकिन रैम्फ में अनुमानित न्यूनतम निवेश तकरीबन 10,000 रुपये का है। इस तरह अपनी पोर्टफोलियो को विभिन्न आयाम प्रदान करने के […]