1928 देश की स्वतंत्रता के लिए जवाहरलाल नेहरू ने ‘इंडिपेंडेंस आफ इंडिया लीग’ की स्थापना की। 1981 ईरान के राष्ट्रपति मोहम्मद अली रजई और प्रधानमंत्री मोहम्मद जवाद बहोनर की तेहरान में प्रधानमंत्री कार्यालय में बम धमाके में मौत। 1983 भारतीय उपग्रह इनसेट-1बी का अमेरिकी अंतरिक्ष यान से सफल प्रक्षेपण। 1991 अजरबेजान ने सोवियत संघ से […]
वर्ष में दो-चार बार हमें सर्दी-जुकाम और खांसी आदि जकड़ लेती है, हम तुरंत ही दवा लेने के लिए डॉक्टर के पास दौड़े चले जाते हैं, थोड़ा सब्र-संतोष, विचार नहीं करते कि प्रकृति हमारे शरीर के अन्दर उत्पन्न विजातीय पदार्थों (दूषित पदार्थ, जो स्वेद, कफ के रूप में इकट्ठा हो गया है) को निकालने के […]
432 सेंट सिक्त्स तृतीय ने कैथोलिक पोप के रूप में अपना कार्यकाल शुरू किया। 1498 िास्टोफर कोलंबस ने त्रिनिदाद द्वीप की खोज की। 1588 अंग्रेजी नौसैनिक बेड़े ने स्पेन के जहाजी बेड़े को डुबोया। 1658 मुगल बादशाह औरंगजेब ने दिल्ली की गद्दी संभाली। 1958 तिब्बत में चीन विरोधी जनांदोलन। 1987 ईरानी जायरीनों और सऊदी सैनिकों […]
दूध से दाढ़ी बनाने से एकदम चिकनी दाढ़ी बनती है। इसके लिए हल्के गुनगुने पानी से चेहरा भिगाने के बाद थोड़ा-सा कच्चा दूध लेकर चेहरे पर अच्छी तरह मलिये, अब रेजर चलाइये। दाढ़ी बनाने के बाद ाीम वगैरह लगाने की जरूरत एकदम समाप्त हो जायेगी, क्योंकि कच्चा दूध अव्वल दर्जे का ‘क्लीनिंग एजेंट’ है तथा […]
प्रमाणित विज्ञान या केवल मीठी गोलियाँ! अधिकांश लोग कभी-कभार होम्योपैथी उत्पादों का प्रयोग करते रहते हैं। बहुत कम प्रतिशत लोग नियमित रूप से किसी होम्योपैथ को अपने प्रथम चयनित चिकित्सक के रूप में या होम्योपैथिक दवाओं को, उपचार के प्रथम विकल्प के रूप में उपयोग करते हैं। ऐसा क्यों है? होम्योपैथी से संबंधित कुछ प्रमुख […]
विवाह एक ऐसा प्यारा-सा बंधन है जिसे सामाजिक नियमों और मान्यताओं के अनुरूप जोड़ा जाता है। इसके अनुसार पति-पत्नी अपने-अपने कर्त्तव्यों का पालन करते हुए तथा परस्पर प्रेम का आदान-प्रदान करते हुए दाम्पत्य जीकन का निर्काह करते हैं। स्पष्ट है कि ऐसे में समाज के अनुसार अमुक पुरुष और अमुक स्त्री परस्पर यौन-संबंध स्थापित करने […]
अपने इर्द-गिर्द देखिये, ऐसे कई लोग मिलेंगे जो हर घंटे पर हाथ धोते हैं। तालों को दस बार चैक करते हैं। पैन सीधी कतार में रखते हैं और जान जाते हैं कि कब उनसे छेड़ा-छाड़ी की गयी है। यह सब क्या है? इस सनक को ओसीडी या ओब्सेसिव कम्पलसिव डिसऑर्डर्स कहते हैं। ओसीडी बहुत आम […]
सदियों से भारतीयों का सबसे बड़ा पुरुषार्थ या दायित्व अपने बच्चों की शादियां करना रहा है। लोग अपने कॅरियर को लेकर कभी उतना परेशान नहीं होते, जितना अपने बच्चों की शादियों को लेकर चिंतित रहते हैं। शायद इसीलिए हिन्दुस्तानियों के बारे में कहा जाता रहा है कि वह अपने बच्चों की शादियों के लिए ही […]
कैसेनोवा के बारे में कहा जाता है कि उसने इटली के राजमहलों में हड़कंप मचा दिया था। उसके बारे में यह लोकप्रिय है कि यदि वह किसी महिला के साथ एक घंटा भी बिता लेता था तो वह उसकी दीवानी हो जाती थी। क्या सचमुच कोई ऐसा हो सकता है? सेक्स विशेषज्ञों के मुताबिक, विवाहित […]
हमारे समय में बड़ी कक्षाओं में तथा बोर्ड परीक्षा की कक्षाओं में बच्चों को एक विषय दिया जाता था- “मेरी पाठशाला’ या “मेरा स्कूल’ पर निबंध लिखो। अब तो निबंधात्मक प्रश्र्न्न बंद ही कर दिए गए हैं। अतः स्कूल के बारे में चिंतन भी बंद हो गया है। उन दिनों हम स्कूल पर जो कविता […]