देवास टेकरी पर स्थित मॉं भवानी का यह मंदिर काफी प्रसिद्ध है। लोक मान्यता है कि यहां देवी मां के दो स्वरूप अपनी जागृत अवस्था में हैं। इन दोनों स्वरूपों को छोटी मॉं और बड़ी मॉं के नाम से जाना जाता है। बड़ी मॉं को तुलजा भवानी और छोटी मॉं को चामुण्डा देवी का स्वरूप […]
विश्र्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इकट्ठा किए गये तथ्यों के मुताबिक दुनिया में हर साल 19 लाख लोग शारीरिक निषियता के कारण असमय मौत का शिकार हो जाते हैं। कहने का मतलब यह कि 19 लाख लोगों की मौत का कारण सिर्फ शारीरिक रूप से उनका निषिय रहना है। अमेरिका में ही एक-तिहाई वयस्क मोटापे का […]
देश में मधुमेह और हृदय धमनी रोग (एन्जाइना, हार्ट-अटैक) दोनों का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। कुछ समय पूर्व धारणा थी कि ये दोनों रोग उच्च वर्ग एवं प्रौढ़ावस्था के हैं। किन्तु भारतीयों के जीवन में बदलाव, गलत खान-पान, बढ़ते मोटापे, तनाव, सिायता में कमी, बढ़ते तम्बाकू सेवन इत्यादि कारणों से ये रोग महामारी […]
अलका आर्य, 28, पिछले तीन साल से दवाएँ खा रही हैं। उनका काम भी कुछ ऐसा है कि दिन में 6-7 घंटे कंप्यूटर सीन के सामने बैठना पड़ता है। इससे उनकी आँखों की रोशनी प्रभावित हो गयी है। सवाल यह है कि इसे दुरुस्त करने के लिए वह अपने आहार में क्या परिवर्तन करें और […]
सौ साल पहले हम फिटनेस को लेकर इस कदर चिंतित नहीं हुआ करते थे, जैसे कि आज हैं। उस समय दुनिया की आबादी का शारीरिक आकार अपने दायरे में था। हालांकि लोग उस समय फिट और स्वस्थ रहने के लिए वर्कआउट नहीं करते थे, बल्कि इसके लिए वह अपनी लाइफस्टाइल पर ही निर्भर रहते थे। […]
एलर्जी रिएक्शन के कारण अनेक स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। द होल वे टू एलर्जी रिलीफ एंड प्रीवेंशन के सह लेखक डॉ. फ्रांसिस टेलर के अनुसार एलर्जी से निपटने के लिए सबसे आसान व सस्ता उपाय है- अधिक पानी पीना। अधिक पानी पीने से विषैले तत्व शरीर से बाहर निकल जाते हैं। एलर्जी […]
आधुनिक समाज में प्यारी-सी मुस्कान सुंदरता का प्रतीक तो मानी ही जाती है, साथ ही हज़ारों काम भी संवारती है। इतना ही नहीं आकर्षक व्यक्तित्व में भी मुस्कान का महत्वपूर्ण योगदान रहता है। सुंदर एवं स्वस्थ दांत और मसूड़े बनाते हैं, मुस्कान को आकर्षक और मोहक। अतः आवश्यकता है, दांतों और मसूड़ों की विशेष देखभाल […]
फिटनेस के स्तर पर भारत भी एक ध्यान आकर्षित करने वाला उदाहरण है। विश्र्व स्वास्थ्य संगठन और एसी नीलसन कंपनी द्वारा मिलकर कराये गये दो साल पहले के एक सर्वेक्षण के मुताबिक भारतीय महानगरों में 28 फीसदी लोग ऐसे हैं, जिन्होंने जीवन में कभी भी एक्सरसाइज़ नहीं की है। उन्हें एक्सरसाइज़ के महत्व के बारे […]
आज भी हमारे देश में करीब 40 लाख बच्चे प्रति वर्ष दस्त रोग से अकाल मृत्यु को प्राप्त होते हैं। दस्तों से मृत्यु का कारण शरीर में पानी की कमी का होना है। आज हमारे पास इस रोग से रक्षा के सरल एवं सटीक उपाय उपलब्ध हैं। जरूरत है तो केवल आम जनता को इस […]
माता का दूध नवजात शिशुओं को अस्थमा से सुरक्षा प्रदान करता है। शोध में यह पाया गया कि जिन शिशुओं ने 9 महीने तक माता के दूध का सेवन किया, उन्हें इस रोग से सुरक्षा मिली। अस्थमा का संबंध किसी एक कारण से नहीं, बल्कि कई अन्य कारणों से है। जैसे अगर अभिभावक अस्थमा से […]