अर्ज करू अजमालणी रा रामा काल कुब्द रा हेरा टाल॥ टेर ॥ सारदा माता तोने सुमिरू गर्वा गनपति लागु पाय तो सुमिर्या रोजी रिजक पर्दो भुला अक्षर देवो बताय पश्चिम देशपीरा रा थाणा अजवी आवे थारी जात लाडु चोखा चढ़े चुरमा सोही आवे पीरा रे दाय भर भादवे थारे मेलो भारेजे नवँ खंड आवे थारी […]
घर अवतार रूणीचे आया रामा पिछम धरा रे माये प्रकरीया लाख आज अ जी रामा जमाल मोय दुर्बल री सुन लिजो टेर (दुथा धार निकंलग अवतारी रामा एक अरज मारी सुन लिजों दुब्रल वचन सुनोंनी अजमालरा और सुनेला मारो कुन हेलो) टेर मैं रे लोभीयो, मेरे लालची कुन जाने भक्ति कुन हेलो॥ टेर ॥ पुत […]
जटे फिरे अमजल जी आण माता मे नादे बिरमदे री आण थोडी मारी अरज सुनों नी अजमालरा पहली पाव धरीयों प्रह्लाद रानी रे रतना लारो रे लार, खम्ब फोड़ हरी दर्शन दिना नरसींग रूप धरीयो भगवान॥ टेर ॥ राजा हरीशचन्द्र रानी वारादे कवर रोहित दास लारो लार सतड़ा रे काज डोलारे गढ़ तजीया अन धन […]
चार जन्म दुःख पावे, जो दगा करे माँ बाप से॥ चार जन्म दुःख पावे॥ टेर ॥ पहला जन्म में होवे कुत्तो। पड़यो रहे रास्ता में सुतो॥ टाँग पूँछ से होवे लू लो। थने कोई एक टुकड़ो डाले॥ 1 ॥ दूजा जन्म में हुवे बन्दर। रस्सी बाँध ले जावे कलन्दर॥ नचवावे बस्ती के अन्दर॥ थने घर […]
उधो करमन की गती, न्यारी, उधो करमन की गती। छोटे छोटे नैना दिये हाथी को, रण में रहे अगाड़ी। सुन्दर नैना दिये मृगा को, वन वन फिरे उगाडी॥ 1 ॥ वैश्या शाल दुशाला ओढ़े, पतिव्रता फिरे उगाड़ी। मूर्क राजा राज करते है, पण्डित फिरेत भिखारी॥ 2 ॥ गंगा मिठी, यमुना मिठी, समुन्दर कर दियो खार। […]
माटी को खीलौनो है, मन में जँचायले। कब उड़ जावे हँसा, हरि गुण गाय ले॥ टेर ॥ थने तो जरूरी प्यारा जानो ही पड़सी। करनी करी तो पछतानों ही पड़सी। घड़ी दो घड़ी प्रभु की, याद में बिताय ले॥ 1 ॥ काया है झूठी जग में, माया है झूठी। दिन चार माँ ही होवे, दुनियाँ […]
दोहा :- बालपना में रामदेवजी। मन में एक विचारी॥ मनड़े भायो घोड़ल्यो। चढ़ने करूँ असवारी॥ घोड़ल्यो मँगवाय म्हारी माय, घोड़ल्यो मँगवा। घोड़े चढ़ने घूमन जासूं, घोड़ल्यो मँगवा॥ बालपना में रामदेवजी, हठ किनो अतिभारी। कैसो हठ किनो है बालक, सोंच रही महतारी॥ किकर इनने मैं समझाऊँ हो हो, लग रही मन में चिन्ता॥ 1 ॥ मेणादे […]