कहानी हैदराबाद की

नए शहर को बनाने का काम पेशवा मीर मोहम्मद मोमिन को सौंपा गया। उन्होंने बड़े जोश के साथ इस काम को संभाला। इसके लिए मीर ने खास तौर पर मीर अबु तलीब, कमाल-उद-दिन शिराजी और शहरयार जहां को ईरान से इस काम के लिए बुलाया। उनके आने से पहले ही गॉंव में खुदाई का काम […]

यह कैसा तपोभिनन्दन?

हमेशा की तरह इस बार भी जैन सेवा संघ द्वारा सामूहिक क्षमापना सम्मेलन का आयोजन किया गया, परन्तु दिलचस्प बात यह रही कि इसी दिन एक अन्य सम्प्रदाय द्वारा तपोभिनन्दन कार्याम भी रखा गया। एक ही दिन दो अलग-अलग कार्याम एक साथ रखकर जैन सम्प्रदायों की दूरियां घटाने की बात हमें हास्यास्पद लगती है। तपोभिनन्दन […]

आतंकवाद के परिप्रेक्ष्य में ब्रजेश मिश्र के सुझाव

देश के अलग-अलग हिस्सों में बढ़ती आतंकवादी गतिविधियों के परिप्रेक्ष्य में खुफिया-तंत्र की नाकामी को एक प्रमुख कारण बताया जा रहा है। इस नाकामी के चलते केन्द्र और राज्य सरकारें एक-दूसरे पर अक्सर आरोप-प्रत्यारोप भी मढ़ती रहती हैं। इसी के चलते केन्द्र सरकार फेडरल एजेंसी गठित करने पर भी बल दे रही है। लेकिन राजनीतिक […]

भक्त की पीड़ा से उपजा काव्य हनुमान बाहुक

गोस्वामी तुलसीदास जी ने पाप को रोगों की जड़ माना है। कृतघ्नता को सबसे बड़ा पाप कहा है। यही पाप रोग के रूप में प्रकट होते हैं। “हनुमान बाहुक’ में बाहुपीड़ा से ग्रसित गोसाई जी 41 वें पद्य में कहते हैं – “”अनाथ तुलसी को दयासागर स्वामी रघुनाथ जी ने सनाथ करके अपने स्वभाव से […]

साइलेंट किलर

भले हम दुनिया में तेजी से उभरती आर्थिक महाशक्ति हों, भले भारत की आर्थिक विकास दर चीन के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा हो, लेकिन यह हैरान और शर्मसार कर देने वाली बात है कि दुनिया में 6 साल से कम उम्र के जितने भी बच्चे रक्ताल्पता के शिकार हैं, उनमें 75 फीसदी सिर्फ हिंदुस्तान […]

जीवन गीता

जब तुम अपने काम का दमन करते हो, तो यह तुम्हें पागल करता है। तुम्हें मनोवैज्ञानिक उपचार की ़जरूरत है। जैविक प्रेम देर-सबेर तुम्हें पागल करेगा। तुम किसी भी मनोवैज्ञानिक के पास जा सकते हो, मनोविश्लेषक के पास जा सकते हो और वहॉं तुम जैविक प्रेम के रोगियों को देख सकते हो। आत्महत्याएं, बलात्कार, हत्याएं […]

जम्मू-कश्मीर के संबंध में जरूरत एक कठोर निर्णय की

जम्मू-कश्मीर के ताजा हालात इसी बात के संकेत दे रहे हैं कि अमरनाथ श्राइन बोर्ड को जमीन आवंटन के मुद्दे पर राज्य और केन्द्र सरकार पूरी तरह उलझ गई है। उसकी स्थिति कोई दो टूक फैसला करने की नहीं रह गई है। इस मुद्दे पर जिस तरह जम्मू और कश्मीर का सांप्रदायिक विभाजन हुआ है […]

चरित्र के बल पर राष्ट्र का भाग्य बनता है

अभिनव बिंद्रा अपना स्वर्ण पदक लेकर स्वदेश लौट आया है। इस नौजवान ने देश को उत्साह और आत्मविश्र्वास से भर दिया है कि “हम भी कर सकते हैं’। लेकिन अगर चीन से अपनी तुलना करें तो मालूम होता है कि खेलों में भी हम कितने पिछड़े हैं। जैसा ओलम्पिक का आयोजन चीन ने किया वैसे […]

लिथोपस : एक पथरीला पौधा

दक्षिण आीका में एक विशेष प्रकार का अद्भुत पौधा पाया जाता है, जो रंग-रूप बनावट में ऐसा लगता है जैसे रंग-बिरंगे पत्थर पड़े हों। उस पौधे को लिथोपस कहते हैं। यह शब्द ग्रीस भाषा के दो शब्दों “लिथो’ तथा “आप्स’ से मिलकर बना है, जिसका मतलब होता है “पत्थर के समान चेहरा’। लिथोपस पौधा सिर्फ […]

इंटरनेटिया भाषा के अनोवे रंग

परेशान न हों, यह किसी सभ्यता का शिलालेख नहीं है, न ही इसमें किसी खजाने का राज ही छिपा है। यह इंटरनेट से जन्मी भाषा है। जिसका उपयोग दुनियाभर में जम कर हो रहा है। भाषा पर मनमानी से कुढ़ने वाले इसे युवाओं का बचपना बता रहे हैं लेकिन जिस ढंग से इसकी जड़ें गहरी […]

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