हालांकि तीसरे टेस्ट को चौथे दिन के आखिर तक खींचने के लिए राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण और हरभजन सिंह ने कोलम्बो के पी. सरवनमुट्टू स्टेडियम में भरपूर कोशिश की, लेकिन कोई चमत्कार नहीं होने वाला था और भारत 8 विकेट से टेस्ट गंवाकर श्रीलंका के हाथों टेस्ट श्रृंखला भी 1-2 से हार गया। जिस दिन […]
वाराणसी के राजा बोधिसत्व एक बार राज्य के एक क्षेत्र में हुए विद्रोह को शांत करने सेना के साथ गए। विद्रोहियों ने उनका डट कर मुकाबला किया। राजा को जान बचाकर भागना पड़ा। उन्हें रात भर के लिए भी कोई शरण देने को तैयार नहीं हुआ। अंततः एक गृहस्थ ने जोखिम उठाकर उन्हें घर में […]
नेशनल कानेंस के अध्यक्ष और सांसद उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि कश्मीर में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ अगर भारत सरकार ने दमनात्मक कार्रवाई बंद नहीं की तो वे अपने सांसद पद से इस्तीफा दे देंगे। यह वही उमर अब्दुल्ला हैं जिन्होंने कुछ ही दिन पहले सरकार के विश्र्वासमत हासिल करने के प्रस्ताव के दौरान बड़े […]
भारत की आजादी के समय हर नागरिक के मन में रामराज्य की कल्पना थी। महात्मा गांधी भी एक ऐसे संविधान की रचना चाहते थे जो भारतीय संस्कृति के आधार पर रामराज्य की कल्पना को साकार कर सके। लेकिन सत्ता की बागडोर संभाले पंडित नेहरू पश्र्चिमी सभ्यता से बहुत प्रभावित थे। फलतः संविधान की रचना भारतीय […]
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी का कहना है कि अमेरिका के साथ हुआ असैन्य परमाणु समझौता हर दृष्टि से देश के लिए उपयोगी है और यह बदलती हुई दुनिया में भारत को एक नये आयाम पर प्रतिष्ठित करेगा। इस समझौते के संदर्भ में उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के इस दिशा में किये गये प्रयासों […]
जिस रथ में भगवान अथवा उनका भक्त बैठा है, उस पर कौन-सा झंडा लहराता है? यह एक प्रश्न है, जिसे हमें हल करना है और बताना है कि वह झण्डा किस डण्डे में पिरोया रहता है। डण्डा तो शील का है अर्थात् हमें उस व्यक्ति से भी, जिससे लड़ाई हो रही है अथवा स्पर्द्घा है, […]
भले यह जुलाई का उमस भरा मौसम हो, लेकिन राजधानी दिल्ली में सियासी पारा बहुत ऊपर चला गया है। सियासी लू के थपेड़े चल रहे हैं। सरकार बचेगी या नहीं बचेगी, सब्जी वाले से लेकर संसद सदस्य तक सभी फिलहाल इसी अनुमान में व्यस्त हैं। दो हफ्ते पहले जिस तरह लग रहा था कि सरकार […]
बीती 13 जून को उत्तरकाशी के मणिकर्णिका घाट पर भगीरथ की गंगा को “कैद’ से मुक्ति दिलाने के लिए बर्कले यूनिवर्सिटी के स्नातक रहे, कानपुर विश्र्वविद्यालय के पर्यावरणीय अभियांत्रिकी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष, प्रख्यात पर्यावरणविद् व जल वैज्ञानिक 74 वर्षीय डॉ. गुरदास अग्रवाल अनुष्ठान के बाद आमरण अनशन पर बैठे थे। अनशन से पूर्व उन्होंने […]
शहद की चींटियां, जिन्हें “मधु चींटियां’ कहा जाता है, प्रायः आीका, ऑस्टेलिया, अमेरिका तथा न्यूगिनी में पाई जाती हैं। विश्र्वभर में पाई जाने वाली अन्य चींटियों की भांति ही मधु चींटियों में भी रानी चींटी अण्डे देती हैं और मजदूर चींटियां उन अण्डों को सेने का काम करती हैं और कीड़ों तथा कुछ विशेष प्रकार […]
समूचे यूरोप के जंगलों में पाए जाने वाले “ज्यूल बीटल’ नामक कीट अत्यंत दुर्लभ कीट माने जाते हैं। इन कीटों की शारीरिक चमक बड़ी अनूठी होती है। इस कीट की सबसे बड़ी विलक्षणता यह है कि अण्डे से वयस्क बीटल बनने में बहुत लंबा समय लगता है। इस प्रिाया में प्रायः 40 वर्ष तक का […]