अर्थव्यवस्था का तेज रफ्तार से विकास, भू-मंडलीकरण के चलते भारत में तेजी से बढ़ा विदेशी निवेश और मध्यवर्ग की आय में हुई बढ़ोत्तरी ने देश में शिक्षा के प्रति गंभीर रूझान पैदा किया है। इसकी स्वाभाविक वजह भी है, देश के लगभग सभी क्षेत्रों में पेशेवरों की मांग में नाटकीय बढ़ोत्तरी हुई है। इस सबके […]
उत्तर प्रदेश की मौजूदा राजनीति एक अजीबो-गरीब ऩजारा पेश कर रही है। शीर्ष सत्ता की बागडोर संभालने वाली दो महिला नेत्रियों की टकराहट इस प्रदेश की राजनीति को आम चुनाव आते-आते कौन-सी शक्ल देगी, कहना कठिन है। दोनों ही ओर से एक-दूसरे को चुनौती देने के सिलसिले की शुरूआत हो चुकी है। इस द्वन्द्व में […]
मशहूर अर्थशास्त्री और समाज विज्ञानी गुन्नार मिर्डल ने भारत को नरम राज्य होने के जो बहुत सारे कारण गिनाए हैं उनमें से एक यह भी है कि भारतीय सुनते बहुत हैं, सोचते कम हैं। वैसे यह बात सिर्फ भारतीयों पर ही नहीं लागू होती। यह मनुष्योचित मनोविज्ञान है कि वह सोचने से ज्यादा सुनना पसंद […]
चुनावों का समय निकट है। अभी देश के चार बड़े राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। उसके तत्काल बाद ही लोकसभा के चुनाव आ जाएंगे। इन चुनावों के जरिये जनप्रतिनिधि बनने के लिये हर वर्ग बेकरार है। सांसद व विधायक पद के टिकट के लिये दावेदारियॉं बढ़ती जा रही हैं। इन दावेदारों में […]
पूर्व माओवादी नेता और अब नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल, जिन्हें प्रचंड उपनाम से संबोधित किया जाता है, अपनी पॉंच दिवसीय यात्रा पर भारत आये हैं। राजशाही की समाप्ति और नेपाल में लोकतांत्रिक सरकार स्थापित होने के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा है। अब तक एक परंपरा के अनुसार प्रधानमंत्री पद पर आसीन […]
पं. गोविंदलाल व्यास “व्यास जी’ पं. गोविंदलाल व्यास जी का जन्म सन् 1918 को राजस्थान के नागौर जिले में हुआ। इन्होंने हिन्दी में स्नातकोत्तर तक शिक्षा प्राप्त की तथा राजस्थानी हिन्दी विद्यालय, चौक-कसारहट्टा में लिपिक के पद पर कार्यरत रहे। पं.गोविंदलाल व्यास 1947 में हैदराबाद शहर में ाान्ति लाने के लिए संकल्पबद्घ थे। उनके आदर्श […]
स्वभाव एवं सामान्य घटना :- पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र के जातकों में प्रशंसनीय बुद्घिमत्ता होती है। उनमें अपने सम्पर्क में आने वाले व्यक्ति के बारे में तुरन्त निष्कर्ष निकालने की प्रवृत्ति होती है। उनसे बातों या वाद-विवाद में जीतना मुश्किल होता है तथा दूसरों को कायल करने की उनमें भरपूर योग्यता होती है। भले उनसे कितनी भी […]
पुस्तक – सुर्खियों में लोग लेखक – एफ. एम. सलीम प्रकाशक – शगूफा पब्लिकेशन, हैदराबाद मूल्य – 100 रुपये मात्र। किसी भी पत्रकार को न जाने हर रोज कितने ही लोगों से मिलना होता है – कभी समाचार पाने के लिए, तो कभी समाचार बनाने के लिए। समाचार बनाने के लिए जिन लोगों से भेंट […]
उच्च पदों पर विराजमान मेरे कुछ ऐसे नौकरशाह मित्र हैं, जो अनौपचारिक बातचीत में बे- हिचक स्वीकारते हैं कि उनकी माई – बाप तो मौजूदा सरकार है, इस कारण मुख्यमंत्री स्तर से जो भी हुक्म मिलेगा उस पर अमल करना ही उनका कर्तव्य है। मसलन, प्रशासनिक बिरादरी की बुनियादी जवाबदेही राष्ट, जनता, संविधान और समाज […]
भारत-अमेरिका के मध्य प्रस्तावित बहुचर्चित एवं अति विवादित परमाणु करार को लेकर भारत की सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की केंद्र सरकार दांव पर लग गई है। इस प्रस्तावित परमाणु करार को अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना चुके प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने केंद्र सरकार के आस्तत्व को दांव पर लगाते हुए करार की दिशा में […]