नगर के प्रमुख क्षेत्र एबिड्स में स्थित एबिड्स लखोटिया इंस्टीट्यूट ऑफ आट्र्स एवं डिजाइन (एलिआड्स) ऐसा संस्थान है, जहॉं वैश्र्विक स्तर पर बदलते परिदृश्य के अनुकूल, नये-नये लाभप्रद क्षेत्रों में अत्याधुनिक शिक्षा की व्यवस्था की गई है। यही कारण है कि 1996 में शुरू हुए, आईएसओ 9001-2000 सर्टिफाइड इस संस्थान ने कभी पीछे मुड़कर नहीं […]
गर्मियों के दिन थे। शाम का समय था। सूर्य क्षितिज की ओर बढ़ रहा था। आकाश कुछ लोहित हो चला था। जैसे-जैसे अंधकार बढ़ता जा रहा था, मीनू की बेचैनी बढ़ती जा रही थी। उसका मन असमंजस की स्थिति में था। वह समझ नहीं पा रही थी कि वह क्या करे? उसके अंदर की सात्विक […]
“”उपासना से भावना का, जीवन साधना से व्यक्तित्व का और आराधना से क्रियाशीलता का परिष्कार और विकास होता है। आराधना उदार सेवा-भावना से सधती है और श्रेष्ठतर सेवा वह है, जिससे किसी की पीड़ा का, अभावों का निवारण होता है।” सार्थक जन्म “”समझदारी, ईमानदारी, जिम्मेदारी और बहादुरी के चार सद्गुणों को व्यक्तित्व का अंग बनाने […]
कलाकारः संजय दत्त, इमरान खान, मिनिषा लांबा, विद्या मालवडे, राहुल देव, रीमा लागू संगीतः प्रीतम निर्देशकः संजय गढ़वी हाल ही में निर्देशक कुणाल शिवदासानी की “हाइजैक’ फिल्म प्रदर्शित हुई, जिसके शीर्षक ने ही फिल्म की कहानी का परिचय दे दिया। अब संजय गढ़वी की किडनैप प्रदर्शित हुई है, जो शीर्षक से ही अपनी कहानी समझा […]
कलाकारः सैयद फ़जल हुसैन, नंदिता दास, रशीद फारूकी, नौमान ऐजाज, मारिया वस्ती, दावेद जब्बार संगीतः देबज्योति मिश्रा निर्देशकः महरीन जब्बार दो देशों की सरहद अक्सर कोई आसानी से दिख जाने वाली लकीर या दीवार नहीं होती। इसलिये कभी समंदर में भटके मछुआरों को अथवा गलती से सरहद पार करने वालों को अपनी गलती के […]
आ़िखरकार वही हुआ जिसकी आशंका “डेली हिन्दी मिलाप’ ने अपने कल के संपादकीय में व्यक्त की थी। “वाल स्टीट जर्नल’ को दिया गया साक्षात्कार, जिसमें पाकिस्तान के राष्टपति आसिफ अली जरदारी ने कश्मीर के उग्रवादियों को “आतंकवादी’ बताया था और कहा था कि पाकिस्तान को भारत की ओर से कोई खतरा नहीं है, पाकिस्तान की […]
टाटा समूह के चेयरमैन रतन टाटा ने पश्र्चिम बंगाल से बहुचर्चित नैनो कार परियोजना को हटाए जाने का दुखद फैसला आखिरकार ले ही लिया। हालांकि रतन टाटा के इस निर्णय का आभास उसी समय होने लगा था जबकि इस संयंत्र में उत्पादन कार्य एक माह पूर्व ही ठप्प हो गया था। इतना ही नहीं बल्कि […]
आजकल फिल्मों में आइटम सांग की महत्ता बढ़ती जा रही है। यहॉं तक कि कई स्थापित अभिनेत्रियां भी आइटम सांग कर रही हैं। यह जरूरी भी हो गया है क्योंकि उनके पास अब नया दिखाने को कुछ बचा नहीं है, सो अपने को दर्शकों की नजरों में बनाये रखने के लिये आइटम नम्बर करना उनकी […]
चैनल वाले क्या दिखा दें और कब उसे वापस हटा लें, इसका अक्सर सरकार को पता ही नहीं चल पाता। इतने चैनल हो गए हैं कि सब पर एक साथ नजर रख पाना भी मुश्किल है। चुनाव का मौसम आ रहा है, लिहाजा यूपी सरकार का सूचना विभाग कुछ नई तैयारियों में जुटा है। एक […]
“कश्मीर में हिन्दू या मुस्लिम का प्रश्न नहीं है। हम इस किस्म की भाषा इस्तेमाल नहीं करते।’ यह बात 1948 में शेख मुहम्मद अब्दुल्ला ने कही थी, लेकिन 2008 में आठ सप्ताह के भीतर ही श्राइन भूमि विवाद ने जम्मू कश्मीर को नफरत से भर दिया। अब देखना यह है कि क्या बीती 31 अगस्त […]