कलाकारः अभिषेक बच्चन, प्रियंका चोपड़ा, के.के.मेनन, नवनीत निशान, जया बच्चन संगीतः ध्रुव घाणेकर निर्देशकः गोल्डी बहल निर्देशक गोल्डी बहल की बहुत उछाली हुई फिल्म द्रोण की शुरूआत होती है, प्रियंका चोपड़ा के सुदीर्घ निवेदन से। प्रियंका के पुराणों के अनुसार देव तथा असुरों के बीच अमृत के लिये अब भी होड़ जारी है। वंश परंपरागत […]
महाराष्ट के एक प्रखर साधक, विद्याव्यसनी, शास्त्रों के पारंगत विद्वान के रूप में सदाशिव ब्रह्मेंद्र माने जाते हैं। उनके गुरु बड़े करुणावत्सल एवं परमज्ञानी थे। उनकी दृष्टि सदैव शिष्यों को गढ़ने की ओर होती थी। सदाशिव ब्रह्मेंद्र ने एक बार एक प्रकांड विद्वान् को शास्त्रार्थ में पराजित किया। उस व्यक्ति ने गुरु से सदाशिव की […]
बाबोसा प्रभु तो सब जानते हैं कि भक्त को क्या चाहिए? फिर मांगना क्या? वह तो बिना मांगे ही देने वाले हैं। वह सब जानते हैं। अतः उस बाबोसा प्रभु से भक्त को कुछ भी कहने की आवश्यकता नहीं है। वह तो खुद भक्तों के लिए चिंतित हैं। भक्त को चिन्ता करने की आवश्यकता नहीं […]
चींटियों के शरीर के पिछले हिस्से में एक प्रकार का स्राव होता है। जिसकी गंध के परिणामस्वरूप अन्य चींटियां भी भोजन के पास पहुँची हुई चींटियों के संपर्क में आ जाती हैं। चींटियां एण्डोमेन को जमीन में गड़ा देती हैं और भोजन को ग्रहण कर लेती हैं। शैम्पू पाउडर नन्हें-मुन्नों के लिए खतरनाक क्यों […]
बरसों से स्पर्म व्हेल को उससे मिलने वाले तेल के लिए मारा जाता रहा, जिसका इस्तेमाल बतौर लुब्रिकेंट भारी उद्योगों में होता रहा। लेकिन सन् 1970 में कई देशों ने कानून पारित कर व्हेल के शिकार पर तथा उसके तेल से बने उत्पादों के आयात पर पाबंदी लगा दी और इस तरह वह विलुप्त होते-होते […]
यह हिन्दुओं का एक पवित्र तीर्थस्थल माना जाता है। बंगाल की खाड़ी में, जहां गंगा-यमुना जैसी पवित्र नदियां समुद्र में मिलती हैं, उसे ही गंगासागर कहते हैं। यह कोलकाता के पास है। पुराणों के अनुसार यहीं पर कपिल मुनि का आश्रम हुआ करता था। हर साल मकर-संक्रांति के अवसर पर यहां विशाल मेला लगता है।
ऊँट की लाल रक्त कणिकाएँ अंडाकार होती हैं ताकि निर्जलन की स्थिति में आसानी से वाहित हो सकें। ग़जब के छौने बिल्डर बीस्ट के छौने जन्म के कुछ मिनट बाद ही चलने लगते हैं और कुछ दिनों में तो वो पूरे झुंड के साथ कदम मिलाकर चलने लगते हैं। मनुष्य की त्वचा मनुष्य की त्वचा […]
अर्जुन व सुभद्रा के पुत्र अभिमन्यु ने अपनी माता के गर्भ में ही चाव्यूह का भेदन कर उसमें प्रवेश करने की विधि सुनी थी, किंतु बाहर आने की विधि नहीं सुन पाया। अतएव जब महाभारत का युद्घ हुआ तो वह चाव्यूह का भेदन कर उसमें प्रवेश कर गया और कौरव सेना के सात-सात महारथियों से […]
धर्मांतरण एक मुद्दा है और ऐसा भी नहीं है कि यह मुद्दा एकाएक पैदा हो गया है। कई-कई संदर्भों में यह मुद्दा पिछली कई शताब्दियों से देश की राजनीति के केन्द्र में रहा है। देश में इस्लामी सत्ता की स्थापना के बाद बड़े पैमाने पर तलवार के बल पर हिन्दुओं को इस्लाम स्वीकार करने के […]
प्रशासनिक सुधार आयोग की आतंकवाद के खिलाफ कठोर कानून बनाने की सिफारिश संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की वैचारिक राजनीति का शिकार हो गयी और इसी के साथ धारावाहिक बम विस्फोटों के बाद संप्रग सरकार की आतंकवाद की धार को कुंद करने के सभी बयानों का नतीजा भी धराशायी हो गया। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने धारावाहिक […]