बालक-बूढ़े एक स्वभाऊ यह महज कहावत नहीं है बल्कि जीवन की वास्तविकता है। बुढ़ापा वास्तव में जीवन में दोबारा से बचपन का लौटना है। मनोवैज्ञानिकों के मुताबिक बुढ़ापा सेकेंड चाइल्डहुड स्टेज है। 58-60 साल की उम्र तक बेहद व्यस्त रहने के बाद जब कोई रिटायर होकर घर में रहने लगता है, तो उसे अकेलापन सताता […]
पेशे से पत्रकार मिस्टर अरविंद शर्मा शाम को जब लौटकर घर आते हैं तो उन्हें टेलीविजन पर समाचार या समाचार आधारित करेंट अफेयर्स के प्रोग्राम देखने की इच्छा होती है, लेकिन उनके दोनों बच्चे स्कूल से लौटकर आने के बाद एक बार टीवी का रिमोट अपने हाथ में ले लेते हैं तो उसे रात को […]
आपके पांव बहुत खूबसूरत हैं, इन्हें ज़मीन पर न उतारना, मैले हो जायेंगे? फिल्म पाकीजा के इस डायलॉग के बावजूद पांवों पर इतना ध्यान नहीं दिया जाता, जितना कि देना चाहिए। यह शरीर का सबसे अधिक नजरअंदाज किया जाने वाला हिस्सा है। गौरतलब है कि शरीर की कुल हड्डियों का 25 प्रतिशत यानी 52 हड्डियां […]
एक जमाना था, जब माता-पिता अपने बच्चों के लिए जीवन-साथी का चयन किया करते थे और बच्चे बिना किसी आपत्ति के उसे स्वीकार करके अपनी पूरी जिंदगी गुजार देते थे। यही नहीं, माता-पिता एक निश्र्चित आदर्श की तलाश में भी रहते थे। अगर तलाश दुल्हन की होती तो वह गोरी, लंबे बालों वाली और इकहरे […]
यह सही है कि अगर दीवारें नहीं हैं तो घर ही मौजूद नहीं होगा। इसी तरह घर भी सुंदर नहीं होगा, अगर उसकी दीवारें सुंदर नहीं हैं। आपके कमरे या घर का मूड, व्यक्तित्व, आकर्षण, शैली और व्यापकता सभी दीवारों से प्रभावित होते हैं। सुंदर दीवारों के लिए पहला कदम है वॉल ट्रीटमेंट : हर […]
दालें हमारे भोजन का सबसे महत्वपूर्ण भाग होती हैं। दालों की सर्व प्रमुख विशेषता यह होती है कि आँच पर पकने के बाद भी उनके पौष्टिक तत्व सुरक्षित रहते हैं। इनमें प्रोटीन और विटामिन्स बहुतायत में पाए जाते हैं। अरहर : इसे तुवर भी कहा जाता है। इसमें खनिज, कॉर्बोहाइड्रेट, आयरन, कैल्शियम आदि पर्याप्त मात्रा […]
माँ के आँचल में पलने वाला बच्चा माँ को न पहचाने, यह कैसे हो सकता है? हर प्राणी में विशेष गंध होती है। जो उसकी विशिष्ट पहचान होती है। मानव शिशु को ले लीजिए। माँ तो अपने बच्चे को पहचान लेती है, पर शिशु जो नासमझ होता है वह कैसे पहचानता है अपनी माँ को? […]
वक्त गुजरता है और चेहरे से जवानी छीन लेता है। फिर आज का तनावपूर्ण जीवन भी बुढ़ापे को जल्दी आमंत्रित कर देता है। इसलिए उम्र प्रबंधन की जानकारी आवश्यक हो जाती है। इस भूमिका के साथ हम अपनी बात का सिलसिला शुरू करते हैं। त्वचा में बुढ़ापा आहिस्ता-आहिस्ता आता है, जो आखिरकार दिखायी देने लगता […]
बच्चों के दूध के दॉंत आने के उपरांत उनमें से चार वर्षों के भीतर कुछ दॉंत गिर जाते हैं। पहली बार में कुल 20 दॉंत निकला करते हैं। वैसे वयस्क व्यक्ति के दोनों जबड़ों में 32 दॉंत होने चाहिए। प्रत्येक जबड़े में 2 जोड़ी इन्साइजर्स, 2 जोड़ी अग्र दांत, 1 जोड़ी कैनाइन्स तथा 3 जोड़ी […]
लॉंकि आजकल संयुक्त परिवारों का चलन लगभग खत्म हो चुका है, लेकिन शादी के बाद समय-समय पर सास-ससुर से वास्ता तो पड़ता ही रहता है, खासकर शुरूआती वर्षों में। इसलिए अगर आप शादी के बंधन में बंधने जा रही हैं तो इन-लॉज से संबंधित इन लॉज (नियमों) को अच्छी तरह से समझ लें, उन्हें अपने […]