स्टैंप ड्यूटी कितनी लगनी है, कैसे अदा करनी है और कैसे एकत्र करनी है, इसके प्रावधान भारतीय स्टैम्प कानून-1899 में दर्ज हैं। इस कानून के तहत उचित स्टैंप ड्यूटी अदा करने के बाद कुछ कागजात को वैधता प्रदान करने की आवश्यकता होती है। किसी भी वित्त वर्ष में स्टैंप ड्यूटी से जो आमदनी होती है, […]
हम जिस समय में आ पहुँचे हैं, यह बेहद नाजुक समय है। आज के ढांचे में तिहरी-चौहरी शिक्षा व्यवस्थाएं काम कर रही हैं। गांवों, दूर-दराज के इलाकों, कस्बों, जनपदों, बड़े शहरों में स्कूल-कॉलेज हैं, यूनिवर्सिटी या उच्चशिक्षा संस्थान हैं, वे कई स्तरों और सितारों वाले हैं। निचले स्तर के स्कूल निहायत ही जर्जर किस्म के […]
हाल ही में मुझे कुतुब मीनार देखने का मौका मिला। देखनी तो पहले चाहिए थी, पर संयोग ही नहीं बना। मीनार की खूबसूरती की सराहना किये बिना कौन रह सकता है? मेरा मन भी उसे निहार कर मुग्ध होता रहा। सचमुच यह मीनार हमारी वास्तुकला का गज़ब का सबूत है। पर वहॉं जाकर आपके मन […]
देश में मधुमेह और हृदय धमनी रोग (एन्जाइना, हार्ट-अटैक) दोनों का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। कुछ समय पूर्व धारणा थी कि ये दोनों रोग उच्च वर्ग एवं प्रौढ़ावस्था के हैं। किन्तु भारतीयों के जीवन में बदलाव, गलत खान-पान, बढ़ते मोटापे, तनाव, सिायता में कमी, बढ़ते तम्बाकू सेवन इत्यादि कारणों से ये रोग महामारी […]
तुमने अब तक शिकायत क्यों नहीं की? साहब हमें डर लगता था कि कोई मेरी बात नहीं मानेगा। पड़ोसियों से कहती या किसी खास दोस्त/सहेली को क्यों नहीं बताया? हरदम तो ताले में बन्द रखा जाता था साहब। कोई घर आता तो उससे बात तक करने की इजाजत नहीं थी…। यह अंश है उस बातचीत […]
देश का भविष्य कहलाने वाले युवा होते किशोर दिनोंदिन नशे की गिरफ्त में आते जा रहे हैं। उनके हाथों में अब किताब की जगह अपनी ही मौत का सामान होता है। सड़कों पर रहने वाले या रेलवे अथवा अन्य स्थलों पर जीवन बिताने वाले ये किशोर हेरोइन व स्मैक का धड़ल्ले से इस्तेमाल करते हैं। […]
हमारे समाज में सेक्स के बारे में या उससे संबंधित विषयों पर खुलकर बातचीत करना सामान्य रूप से अच्छा नहीं माना जाता। ऐसे वातावरण में पले-बढ़े अभिभावक भी अपने बच्चों से इस विषय पर बातचीत करने में कतराते हैं, जबकि यह आज के समय की मॉंग है। विद्यालयों में यौन-शिक्षा की आवश्यकता पर जो बल […]
धरती के प्राकृतिक उपग्रह चंद्रमा पर मानव का पहली बार पहुँचना एक अद्भुत एवं ऐतिहासिक घटना थी। इस अंतरिक्ष यान की वापसी पर जब इसके यात्री वापस धरती पर पहुँचे तो उन्हें 17 दिन के लिए संगरोध में रखा गया। उनके द्वारा चंद्रमा से लाए गए नमूनों को भी उनके साथ संगरोध में ही रखा […]
इसे विडम्बना कहें या सरकारों की अक्षमता कि तपेदिक या टीबी एक ऐसी बीमारी है जिसके बारे में दावा किया जाता है कि यह पूरी तरह ठीक हो सकती है लेकिन यह रोग समूची दुनिया में हर साल 20 लाख लोगों की मौत का सबब बनता है। हमारे देश में सरकारी आंकड़ों के अनुसार हर […]
किसी ने सच ही कहा है कि स्वास्थ्य ही धन है। सचमुच बगैर अच्छे स्वास्थ्य के कुछ भी ठीक नहीं लगता। मानव को संसाधन बनाने में सबसे बेहतरीन स्वास्थ्य का होना अनिवार्य है। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में अंतर्राष्ट्रीय संगठन तथा भारत में केन्द्र एवं राज्य सरकारें लोगों को शानदार स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने हेतु कई कल्याणकारी […]