किसी भी लक्ष्य को निर्धारित करने से पूर्व अपनी योग्यता, कार्य-क्षमता व समय-अवधि को सुनिश्र्चित कर लें। कठिन कार्य को पहले करने का प्रयास करें। अपनी योग्यता को निरन्तर विकसित करें। सोच-समझकर बोलें, क्योंकि वार्तालाप आपकी छवि बनाने और बिगाड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। स्वयं में निर्णय लेने की क्षमता का विकास करें। समय […]
चाय हिन्दुस्तान में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में पी जाती है। टी-मैनेजमेंट में डिग्री या डिप्लोमा हासिल करके आप इस क्षेत्र में शानदार रोजगार हासिल कर सकते हैं। टी-मैनेजमेंट के अंतर्गत कई काम होते हैं। मसलन, टी-प्लांटेशन, प्रोसेसिंग, ब्रॉंडिंग, मार्केटिंग, रिसर्च आदि। इन क्षेत्रों में अगर विशेषता हासिल कर ली जाए तो देश ही […]
दफ्तर चाहे बड़ा हो या छोटा, राजनीति उसका हिस्सा अवश्य होती है। इसलिए उन नियमों को जानना जरूरी हो जाता है जो दफ्तर की राजनीति करने में आपकी मदद करते हैं और साथ ही आपके सम्मान पर भी आंच नहीं आने देते। सबके प्रति अच्छा व्यवहार करें कार्यस्थल पर दुश्मन बनाने की आवश्यकता नहीं है, […]
बहुत जल्द ही पारंपरिक जांच-परख के तौर-तरीके बदलने वाले हैं, खासतौर पर गंभीर बीमारियों के संबंध में। दरअसल, मौजूदा चिकित्सा पद्धति चाहे वह जिस तौर-तरीके पर आधारित हो, आमतौर पर बीमारियों का अनुमान ही लगाती है और फिर उस अनुमान के आधार पर इलाज होता है। जब अनुमान सही साबित हो जाता है तो चिकित्सा […]
अगर आपको भाषाओं से प्रेम है, तो आप उनके ज़रिए कॅरिअर भी बना सकते हैं। नई भाषा सीखना अब सिर्फ हॉबी मात्र नहीं रह गया है बल्कि इससे जीविका भी चलायी जा सकती है। इसलिए अगर आप की नई-नई भाषाओं में दिलचस्पी है और आप इन्हें सीख भी सकते हैं तो इनसे अच्छा कॅरिअर विकसित कीजिए।
हाल ही के दिनों तक नई भाषा में कॅरिअर का अर्थ सिर्फ अध्यापन तक सीमित था। लेकिन अब तस्वीर बदल गयी है। ग्लोबलाइजेशन ने बहुराष्ट्रीय कंपनियों को भारत में ही नहीं, अनेक देशों में फैला दिया है। भारतीय कंपनियां भी विदेशों में संयुक्त वेंचर स्थापित कर रही हैं। इसलिए जो विदेशी भाषाओं में माहिर हैं, […]
खेती लायक भूमि में लगातार हो रही कमी, बढ़ती आबादी और गहराता खाद्य संकट, इन सब बातों को देखते हुए आने वाले दिनों में सी-फूड्स पर पूरी दुनिया की खाद्य निर्भरता काफी ज्यादा होगी। यही कारण है कि अक्वाकल्चर पर अब गंभीरता से ध्यान दिया जा रहा है। भारत की समुद्री सीमा 7500 किलोमीटर लंबी है यानी भारत में इतना विशाल समुद्रतट है। इसलिए भी अक्वाकल्चर का हमारे देश में भविष्य बहुत अच्छा है।
अक्वाकल्चर में अक्वा शब्द अरबी भाषा से लिया गया है जिसका मतलब है पानी। अक्वाकल्चर में दरअसल तमाम पानी के विशेष रूप से समुद्री जीवों जैसे- मछली, समुद्री केकड़ा, समुद्री सांप, सामान्य केकड़े और इसी तरह के दूसरे पानी के जीव-जंतुओं का अध्ययन किया जाता है। यह अध्ययन इन पानी के जीवों की देखरेख और […]