युग दर्पण – नरेंद्र राय
भरोसा हाथों पे रख हाथ की लकीर न देख कोई तदबीर तो कर, हासिले तदबीर न देख तू सितारों को इरादों से बदल सकता है पलट-पलट के तू पंचांग को तकदीर न देख इरादा कर लिया तूफ़ानों से लड़ने का अगर सामना मौज़ों का कर, तू पलट के तीर न देख देना खैरात तो दे, […]