दोस्तों, यह तो आप जानते ही हैं कि हमारे देश का नाम “भारतवर्ष’ है। यह मान्यता इसे संविधान में भी प्राप्त है। हमारे देश का नाम भारतवर्ष कैसे पड़ा, यह जानने के लिए आपको एक कहानी की ओर जाना होगा। साहसी बालक राजा भरत, राजा दुष्यन्त और शकुंतला के पुत्र थे। राजा दुष्यन्त ने ऋषि […]
एक राजा था। उसके यहॉं एक दिन एक ब्राह्मण आए। उन्होंने राजा से अनेक विषयों पर चर्चा की। प्रसंगवश अधिकार की रोटी की बात आ गई। राजा ने पूछा, “”स्वामीजी, अधिकार की रोटी क्या होती है?” ब्राह्मण ने ज़वाब दिया, “”राजन! तुम्हारे नगर में अमुक जगह पर एक बुढ़िया रहती है। वही इसका उत्तर दे […]
विपिन आठ साल का लड़का था। वह चौथी कक्षा में पढ़ता था। वह एक सुलझा हुआ, समझदार एवं प्यारा बच्चा था। उसका प्रकृति के प्रति विशेष लगाव था। पर्यावरण में निरंतर बढ़ता प्रदूषण उसे बहुत चिंतित करता था। वह इसके बारे में अपनी किताबों और कई पत्रिकाओं में पढ़ता, टीवी में भी इस विषय पर […]
एक युद्ध में विजय प्राप्त करने के उपरांत महाराज के मन में आया कि एक विजय स्तंभ की स्थापना कराई जाए। फौरन एक शिल्पी को यह कार्य सौंपा गया। जब विजय स्तंभ बनकर पूरा हुआ तो उसकी शोभा देखते ही बनती थी। शिल्पकला की वह अनूठी ही मिसाल थी। महाराज ने शिल्पी को दरबार में […]
बहुत पुराने दिनों की बात है। एक सम्राट अपने जीवन के अन्तिम दिनों की गिनती गिन रहा था और बहुत चिंतित था। मृत्यु से नहीं, वरन् अपने तीन लड़कों से, जिनके हाथ में उसे राज्य की बागडोर सौंपनी थी। वह यह निर्णय करने में असमर्थ था कि किसके हाथ में राज्य की शक्ति दे। क्योंकि […]
एक बार एक लोमड़ी वन से निकली। बहुत दूर चलने के बाद भीनी-भीनी महक उसकी सांस में समा गई। वह महक वाले स्थान पर पहुँची तो देखा कि एक बगीचे में आम के बहुत से पेड़ हैं और उन पर ढेरों आम लटक रहे हैं। बस फिर क्या था, वह आम खाने को लालायित हो […]