उड़ने वाली लोमड़ी वास्तव में लोमड़ी नहीं, बल्कि एक प्रकार का चमगादड़ है, जिसका चेहरा और सिर लोमड़ी से मिलता-जुलता है। इसीलिए इसे उड़ने वाली लोमड़ी का नाम दिया गया है।
वैसे तो अधिकतर चमगादड़ आकार में छोटे-छोटे होते हैं और शक्ल में चूहे से मिलते हैं, लेकिन उड़ने वाली लोमड़ी का आकार एक छोटे कुत्ते के आकार के बराबर हो सकता है। इसके पंख का फैलाव 2 मीटर तक होता है।
इसके दांत बहुत लंबे और तीखे होते हैं। ये अपने दांतों से नारियल तक को तोड़ सकती है। इसका वजन 1.5 किलोग्राम तक होता है। उड़ने वाली लोमड़ी भारत, ऑस्ट्रेलिया, मलेशिया तथा एशिया के कुछ दूसरे देशों में पाई जाती है। अब तक वैज्ञानिक उड़ने वाली लोमड़ी की 65 किस्मों का अध्ययन कर चुके हैं।
इनकी कुछ किस्में हिंद महासागर और प्रशांत महासागर के द्वीपों में भी पाई जाती हैं। इनकी अधिकतर आदतें आम चमगादड़ों से मिलती-जुलती हैं, लेकिन कुछ आदतें उनसे भिन्न हैं। उदाहरण के लिए ये फलों पर ही अपना जीवन निर्वाह करती हैं, इसलिए इन्हें फलों के बगीचों का दुश्मन माना जाता है।
ये दूसरे चमगादड़ों की भांति अपने रास्ते का निर्धारण ध्वनि तरंगों से न करके आँखों से करती हैं। ये हज़ारों की संख्या वाले समूहों में रहती हैं। इनका बसेरा मुख्य रूप से फल वाले वृक्षों पर होता है।
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